लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?

लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?| लोन ना चुकाने पर क्या हो सकता है?

समय चाहे कोई भी हो लोगों को पैसों की आवश्यकता हमेशा होती है। पहले के समय में लोग जमींदारों से पैसे लिया करते थे जिसका उन्हें बहुत भारी मात्रा में ब्याज देना होता था। परंतु आज के समय में जमाना बदल गया और लोगों को अब जमींदारों के बजाय बैंक से लोन लेना पसंद करते हैं।

इसका एक कारण यह भी है कि बैंकों में आपको कम ब्याज पर पैसे मिल जाते हैं। परंतु बैंक से लोन लेने वाले लोन धारकों को इस बात का डर हमेशा सताता है कि लोन ना चुकाने पर क्या उन्हें जेल हो जाएगी।

तो आज के इस आर्टिकल में हम लोन ना चुकाने पर जेल हो सकती है इसके बारे में जानेंगे। साथ ही इस से जुड़ी कई अन्य जानकारियों के बारे में भी इस आर्टिकल के जरिए समझेंगे। इसीलिए आज के इस आर्टिकल को अच्छी तरह से पढ़े और अपनी दुविधाओं को पूर्ण तरह से मिटा ले।

लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?
लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?

क्या लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?

यदि बात की जाए की बैंक का लोन ना चुकाने पर जेल हो सकती है क्या? तो आप निश्चिंत हो सकते हैं क्योंकि केवल लोन ना चुकाने पर आपको सीधे जेल नहीं भेजा जाता है।

यह बात अलग है कि लोन ना चुकाने पर Civil charge है और इसके लिए आप पर क्रिमिनल चार्जेस लगाए जा सकते हैं। पर वह भी तभी लगाए जाते हैं जब व्यक्ति विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाता है।

आरबीआई की गाइडलाइन के द्वारा हम यह समझते हैं कि विलफुल डिफॉल्टर होता क्या है?विलफुल डिफॉल्टर वह होता है जो इंसान पैसे होते हुए अपने लोन नहीं चुकाते हैं या क्षमता होने के बाद भी लोन नहीं चुकाते तो ऐसे लोगों को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया होता है।

लोन ना चुकाने पर क्या-क्या हो सकता है?

लोन चुकता ना करने पर आपको सीधे जेल नहीं भेजा जाता बल्कि आपके साथ क़ानूनी कार्यवाही होने से पहले आपको नोटिस भेजा जाता है और लोन ना चुकापने का कारण माँगा जाता है ।

  • यदि आप अपना लोन 3 महीने से नहीं चुका रहे हैं यानी कि 90 दिन तक आप यदि लोन की राशि नहीं भरते हो तो फिर आपको एनपीए घोषित किया जा सकता है।
  • इसके अलावा यदि आप लोन की किस्त भरने में समय लगाते हो तो बैंक की ओर से आपको कॉल किया जाता है।
  • यदि आप किस्त नहीं दे रहे हो तो बैंक की ओर से आपको नोटिस भेजा जाता है जिसमें कि आपको ऐसे चुकाने के लिए कुछ समय देता है। यह दिया कोई जवाब नहीं देते तो फिर लोन संस्था आपके दिए गए पते पर आकर आपसे बात करती है।
  • ऐसा भी हो सकता है कि लोन संस्था से आप खुद बैंक जा कर बात कर ले और उनके पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे दे। उनका मुख्य प्रश्न यही होता है कि आप लोन की किस्त क्यों नहीं दे पा रहे हैं।

यदि आप बैंक वाले को लोन ना चुका पाने का यह कारन देते हैं कि आपका बिजनेस बंद पड़ गया है या फिर आपकी नौकरी छूट गई है तो ऐसे में लोन संस्था के लोग आपको अपनी संपत्ति बेचने की सलाह देते हैं। या फिर आपसे लोन की रकम में सेटलमेंट करते हैं।

यदि आप इन सब से बचने या भागने की कोशिश करते हैं तो आप बहुत बड़ी परेशानी में फंस सकते हैं क्योंकि वह न केवल आपकी संपत्ति बेच देंगे बल्कि पुलिस में आपका नाम भी दे दिया जाता है और आपके नाम पर वारंट Issue हो जाता है।

  • यदि आपने अपनी संपत्ति दान के पास गिरवी रखी होती है और बैंक इस बात से संतुष्ट होता है तो फिर वह आपकी संपत्ति बेच कर या नीलाम कर के अपने लोन की राशि पूरी करता है इसके बाद भी यदि आपके पास से बच जाते हैं तो फिर वह पैसे बैंक आपको लौटा देता है।

कर्ज न चुकाने की सजा क्या है?

  • अगर डिफॉल्टर की लोन राशि 2500000 रुपए से ज्यादा है तो उस पर दो धाराएं लागू की जाती है।
  • सबसे बड़ा मामला जो होता है उसमें बैंक वाले डिफॉल्टर को जेल भेजते हैं अन्यथा डिफॉल्टर को जेल भेजने से बैंक वाले को कोई फायदा नहीं होता इसलिए वह कोशिश करते हैं कि पहले वह रिपोर्टर से सेटलमेंट कर ले। जब नौबत बद से बदतर हो जाती है तब फिर उन्हें पुलिस का सहारा लेना पड़ता है।
  • यदि किसी व्यक्ति ने बहुत कम लोन लिया है और वह लोन का भुगतान‌ करने में असहाय है, तो फिर उस पर किसी प्रकार की कारवाही ना किया जाने का प्रावधान है।
  • भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) 1860 की धारा 403 और 415 के प्रधानों के अंतर्गत मामले के तथ्यों और प्रस्तुतियों के आधार पर, चुककरता को ऋण का भुगतान ना करने के लिए अपराधिक मुकदमा चलाया जा सकता है और दंडित भी किया जा सकता है।

यदि आप लोन देने में असमर्थ हैं तो आपके लिए क्या-क्या कानून बनाए गए हैं इसके बारे में जानते हैं।

लोन भुगतान ना कर पाने पर कानून क्या कहता है?

  • यदि आप लोन की ईएमआई चुकाने में असमर्थ है तो बैंक के पास लोन वसूली एजेंट के तहत या किसी अन्य व्यक्ति की सहायता से आपके मानव अधिकारों का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। ऐसे में आप कानून का सहारा ले सकते हैं।
  • यदि बैंक के द्वारा आपकी संपत्ति की नीलामी सही कीमत पर नहीं लग रही तो आप उस नीलामी को रोककर खुद से अपनी संपत्ति बेचकर लोन का भुगतान कर सकते हैं।
  • यदि आप बैंक का कर्ज या एम आई चुकाने में असमर्थ है तो आपके  ऋण की ईएमआई का भुगतान ना करने की जानकारी किसी भी व्यक्ति के साथ साझा करने का अधिकार बैंक के पास नहीं है। यदि बैंक और लोन रिकवरी एजेंट दोनों में से कोई यदि ऐसा करता है तो आप बैंक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
  • अगर आप 90 दिनों तक कोई प्रकार का एमआई नहीं चुकाते हो तो आपको एमपीए माना जाता है। यदि आपने लोन लेने के समय संपत्ति गिरवी रखी होगी तो जब बैंक ऋण की वसूली के लिए संपत्ति बेचने आएगी तो उससे 60 दिन पहले आपको नोटिस भिजवा दिया जाता है।

निष्कर्ष

तो आज के इस आर्टिकल में हमने जाना की लोन ना चुकाने पर जेल हो सकती है या फिर नहीं। इसके साथ ही हमने कर्ज न चुकाने पर क्या सजा हो सकती है इसके बारे में जाना और लोन भुगतान ना करने पर कानून क्या कहता है इसके बारे में समझा। आशा है आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपको एक अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी।

ऐसी अधिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहे और इस आर्टिकल से जुड़े आपके कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं।

धन्यवाद

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